बहुजन समाज पार्टी के बारे में दस नकारात्मक सवाल???
1.बहनजी महल से बाहर नहीं निकलतीं
जवाब : बहनजी के करोड़ों भाईयों के जिंदा रहते बहनजी को सड़कों पर आने की कोई जरूरत नहीं
परम आदरणीया बहनजी बस इसी तरह नेतृत्व करें।
2. बहनजी ने परिवारवाद फैला दिया???
जवाब : परम आदरणीया बहनजी ने हम बहुजनों की खातिर अपना कोई परिवार बनाया ही नहीं बहनजी ने आज तक अपने किसी भी रिश्तेदार या पारिवारिक सदस्य को एमएलए, एमपी, या राज्यसभा सदस्य कभी नहीं बनाया है
पार्टी के विश्वसनीय साथियों को उनके उत्तराधिकारी के बारे में लिखित तौर पर पता है जिसमें स्पष्ट है कि कोई पारिवारिक सदस्य उत्तराधिकारी नहीं होगा
उसके बावजूद भी यदि उनके परिवार के सदस्यों को कार्यकर्ता के तौर पर जनसेवा यानि राजनीति करनी हो तो वे कहां जाएं क्या वे विरोधी पार्टियों में जाकर राजनीति करें।
3.बसपा तो ख़तम हो गयी है???
जवाब : बसपा भारत में बहुजनों की सर्वाधिक तेज़ी से लगातार बढ़ती हुई अक्टूबर 1996 से ही एकमात्र राष्ट्रीय राजनैतिक पार्टी है
जब भारत की तीसरी राष्ट्रीय पार्टी वर्तमान में भी है तो ये सवाल केवल दुष्प्रचार मात्र है।
4. बसपा में सैकेण्ड लाइन लीडरशिप पनपने नहीं दी जाती???
जवाब : जयंत मल्होत्रा जी से लेकर वर्तमान में भारत के सर्वोच्च सदन राज्यसभा सांसद मान्यवर रामजी गौतमजी तक
28 राज्यसभा सदस्यों को सर्वोच्च सदन में भेजने के साथ ही साथ सैकड़ों हजारों लाखों सर्वसमाज सर्वधर्म के बहुजनों को नेता बनाकर किसने नेतृत्व क्षमता प्रदान की है
बसपा के सिवाय
लेकिन जब तक मनुमीडिया दिखाकर बताएगा नहीं तब तक दुष्प्रचार को ही सच समझते रहोगे बिना ये जाने कि वर्तमान में केंद्रीय स्तर से लेकर बूथ स्तर तक सर्वाधिक सशक्त नेतृत्व यदि किसी राजनीति दल के पास है तो वो केवल बहुजन समाज पार्टी ही है जिसने एक रिक्शा ठेला चलानेवाले यानि समाज के सबसे निचले स्तर तक में ये आत्मविश्वास पैदा कर दिया है कि अब वो तक भी खुद को देश का शासक मानने लगा है।
5.बहनजी से मिलने का लाखों करोड़ों लिया जाता है
जवाब : निस्वार्थ बसपा कार्यकर्ता के लिए परम आदरणीया बहनजी सदैव उपलब्ध ही नहीं रहती बल्कि आवश्यक होने पर पार्टी के खर्चे पर अनेकों कार्यकर्ताओं को बहनजी ने खुद बुलाकर उनसे मुलाकात की है
ऐसे अनेकों उदाहरण मौजूद हैं।
6.बहनजी भाजपा की बी टीम हैं
जवाब : बहनजी भारत की तीसरी सबसे बड़ी राष्ट्रीय राजनैतिक पार्टी की मुखिया हैं जो मान्यवर साहेब कांशीराम जी की सर्वश्रेष्ठ शिष्या हैं और मान्यवर साहेब कांशीराम जी कभी किसी बड़े से बड़े प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री आदि इत्यादि से मिलने कभी उनकी चौखट पर पैर नहीं रखा जिसे जरूरत होती थी वो खुद चलकर आता था मान्यवर साहेब कांशीराम जी के पैर पकड़ने
उसी राह पर बहनजी अग्रसर हैं इसलिए मनुमीडिया द्वारा ऐसे झूठ फैलाए जाते हैं जिनसे हम बहुजनों को सचेत रहना चाहिए।
7. बहनजी सीबीआई,ईडी, जैसी सरकारी संस्थाओं से डरती हैं???
जवाब : भारत के सर्वाधिक ईमानदार नेताओं में पहले स्थान पर रहने वाली बहनजी भारत के सुप्रीम कोर्ट तक से समस्त झूठे मुकद्दमों से बाइज्जत बरी हो चुकी हैं और वर्तमान में उनके खिलाफ़ किसी कोर्ट में कोई मुकद्दमा तक लंबित नहीं है।
उन्हें किसी से भी कैसा डर
जबकि सर्वाधिक खौफ तो बहनजी की रणनीतियों से तमाम मनुवादी विपक्षी दलों को रहता है जिससे कभी वे उबर ही नहीं पाते इसीलिए ऐसे झूठे दुष्प्रचार प्रायोजित करते समयहैं।
8.बहनजी ने मान्यवर साहेब कांशीराम जी के मिशन को डुबो दिया है
जवाब : परम आदरणीया बहनजी ने मान्यवर साहेब कांशीराम जी के सामने ही उन्ही की इच्छानुसार अपनी मूर्ति तक महानायिकाओं महानायकों के साथ केवल लगवाई ही नहीं बल्कि मान्यवर साहेब के जाने के बाद अपनी पूर्ण बहुमत की सरकार के दौरान भारत के आबादी के लिहाज से सबसे बड़े उत्तर प्रदेश जैसे राज्य को पूरी तरह बौद्धमयी प्रदेश बना दिया
और
वर्तमान में केंद्रीय सत्ता के बेहद नजदीक लाकर खड़ा कर रखा है बस मौका मिलते ही यानि बहनजी के प्रधानमंत्री बनते ही पूरा भारत अपने असल गौरवशाली बौद्धमयी इतिहास को जीवंत होते देखेगा और इसके सिवाय और क्या था मान्यवर साहेब कांशीराम जी का मिशन।
9.बहनजी क्यों इंडिया गठबन्धन में शामिल नहीं होती हैं???
जवाब : क्योंकि परम आदरणीया बहनजी दोनों ही मनुवादी पार्टियों की सच्चाई जानती हैं कि अंदरूनी मिलीभगत के तौर पर एक ही हैं जो मनुवादी विचारधारा पर चलती हैं
जबकि भारत में मनुवाद का समूल नाश करने में सक्षम एकमात्र विचारधारा है
"अंबेडकरवाद"
और भारत में सर्वसमाज सर्वधर्म के समानता समर्थकों की एकमात्र अंबेडकरवादी विचारधारा की पार्टी है बसपा
क्या मनुवादी कभी अंबेडकरवादी विचारधारा को स्वीकार कर पाएंगे बस इसीलिए परम आदरणीया बहनजी ने बसपा को मनुवाद के खिलाफ़ अंबेडकरवाद को यानि बसपा को सर्वश्रेष्ठ विकल्प के तौर पर स्थापित किया है।
जिसे में संक्षेप में
भारत का संकल्प
बसपा ही विकल्प
जय भीम जय बसपा। लिखकर बोलकर बताने को सदैव प्रयासरत रहता हूँ।
10.बिना गठबन्धन के बसपा ख़तम हो जाएगी भाजपा जीत जाएगी???
जवाब : जब अनेकों उतार चढ़ाव 2014 में शून्य लोकसभा सदस्य जैसी परिस्थितियों को देखते हुए बसपा अक्टूबर 1996 से लगातार भारत में हम बहुजनों की एकमात्र राष्ट्रीय राजनैतिक पार्टी है जिसने विपरीत परिस्थितियों में भी शून्य से दस अगले ही 2019 लोकसभा में पहुँचकर जो इतिहास रचा है ऐसा कोई उदाहरण तक मौजूद नहीं है भारतीय राजनीति के इतिहास में कि किसी शून्य वाली पार्टी ने दस लोकसभा सांसद जीते हों।
और
बसपा तो तथागत गौतम बुद्ध से लेकर फुले,शाहू,पेरियार, नारायणा गुरु, बाबा साहेब अम्बेडकर, मान्यवर साहेब कांशीराम जी जैसे हजारों लाखों महानायिकाओं महानायकों का सतत चलनेवाला "समुद्र" जैसा महान आंदोलन है जिसकी लहरों में उतार चढ़ाव तो आ सकता है लेकिन क्या कभी समुद्र सूख सकता है।
जैसे सबसे नकारात्मक सवालों के अलावा भी जो सर्वाधिक नकारात्मक सवाल आपके मन में आते हों
आप सब कमेंट में पूछिए
सकारात्मक जवाब हम देंगे।
समय सीमा कल दिनांक 08/09/2023 तक है सवाल करने की 09/09/2023 को जवाब हम देंगे।
आज दिनांक 09/09/2023 को सभी नकारात्मक सवालों के सकारात्मक जवाब देने का प्रयास किया है
आशा है मेरे बहुजनों को पसंद आएंगे ।
गोविंद सिंह
कार्यकर्ता/महासचिव
जिला तुगलकाबाद
बहुजन समाज पार्टी
दिल्ली प्रदेश ।
भारत का संकल्प
बसपा ही विकल्प
जय भीम जय बसपा।
Post a Comment